When Ravana knew scripture, why did he abduct Sita – Hindi?
Anwser Podcast
लिप्यंतरण: केशवगोपाल दास
प्रश्न: रावण शास्त्रों का ज्ञाता था, फिर भी उसने सीतादेवी का अपहरण किया। क्यों?
उत्तर: रावण में कामवासना बहुत अधिक थी जिस कारण उसकी बुद्धि का नाश हो गया था।
रावण ने श्रीराम की शक्ति के बारे में सबसे पहले अकम्पन नाम के राक्षस से सुना था। श्रीराम और खर-दूषण के युद्ध में अकम्पन बच गया था। अकम्पन ने लौटकर रावण को बताया कि कैसे श्रीराम ने अकेले ही सबका वध कर दिया था। यह सुनकर रावण सहम गया था और विचार करने लगा था कि वह श्रीराम से युद्ध नहीं करेगा। बाद में शूर्पणखा के उकसाने पर उसका मन बदल गया।
जब शूर्पणखा रावण के पास गई तो रावण ने उससे पूछा कि तुम श्रीराम के क्षेत्र में गई ही क्यों? तुमने उन्हें छेड़ा और उन्होंने तुम्हारा प्रतिकार किया, तो क्या गलत किया। शूर्पणखा ने भरी सभा में शिकायत की थी इसलिए रावण उसे अनदेखा नहीं कर सकता था। उसने तर्क से उसे शान्त करने का प्रयास किया ताकि उसकी सभा में कोई ऐसा न समझे कि रावण डर के मारे श्रीराम से युद्ध नहीं करना चाहता है। शूर्पणखा ने जब देखा कि रावण उसके अपमान का बदला लेने के लिए तैयार नहीं है, इसलिए उसने रावण को झूठ बोलकर उकसाया। वास्तव में शूर्पणखा श्रीराम के पास वासना से प्रेरित होकर गई थी। किन्तु उसने रावण से कहा कि वह श्रीराम के पास सीतादेवी की सुन्दरता के कारण गई थी। सीतादेवी के अनुपम सौंदर्य की प्रशंसा करते हुए उसने रावण से कहा कि यदि वह आपकी पटरानी बन जाए तो बहुत अच्छा होगा।
सीता देवी के सौंदर्य के बारे में सुनकर रावण कामवासना से अन्धा हो गया और उसकी बुद्धि का नाश हो गया। व्यक्ति कितना ही बुद्धिमान व शास्त्रों का ज्ञानी क्यों न हो, पर जब वो इन्द्रिय विषयों पर बहुत अधिक चिंतन करता है उसकी बुद्धि का नाश हो जाता है। ऐसा ही रावण के साथ भी हुआ। जिस बुद्धि का उपयोग रावण को अपने अनर्थों पर नियंत्रण प्राप्त करने के लिए करना चाहिए था उसी बुद्धि को उसके अनर्थों ने नियंत्रित कर लिया था।